【 RNI-HIN/2013/51580 】
【 RNI-MPHIN/2009/31101 】
16 Feb 2022
Anam Ibrahim
7771851163
मध्यप्रदेश: यहां थोकबंद आईपीएस अफसरों की लंबी क़तार करती है मैदानी ओहदे पर सवार होने का इन्तेज़ार कुछ की ख्वाईशें बिन मांगे पूरी हो जाती है तो कुछ को संघर्षपूर्ण प्रयास करना पड़ता है बहरहाल प्रदेश के मौज़ूदा डीजीपी विवेक जौहरी का कार्यकाल 4 मार्च को पूरा हो रहा है ऐसे में अब सवाल ये उत्सुकता से उतपन हो रहा है की मध्यप्रदेश के अगले महानिर्देशक कौन होंगे ? इसी बीच कई नामचीन आईपीएस के नाम अगले डीजीपी होने के रूप में चर्चाओं में लगातार शुर्खियाँ बटोर रहे है
जनसम्पर्क-life
नेशनल न्यूज़ नेटवर्क
वैसे मध्यप्रदेश में अगला पुलिस महानिदेशक कौन बनेगा, इसको लेकर अभी आलास्तर पर ही मौखिक मंथन चल रहा है। वैसे वर्तमान महानिर्देशक विवेक जौहरी के कार्यकाल को मुक़म्मल
होने में अब मुख्तसर से ही दिन बाक़ी है। जबकि अबतक नए डीजीपी की नियुक्ति के लिए औपचारिक प्रस्ताव अभी तक यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन UPSC को नहीं पहुचाया गया है। वैसे आमतौर पर दस्तूर के हिसाब से राज्य सरकार द्वारा डीजीपी की नियुक्ति के लिए यूपीएससी पैनल को आईपीएस अफसरों के नाम का पैनल तीन महीने पहले ही पहुचाया जाता रहा है लेकिन इस बार ये औपचारिकता को अबतक पूरा नही क़िया गया लेकिन दूसरी तरफ़
सोशल मीडिया पर लगातार ग़लत सूचना साझा की जा रही है नए डीजीपी की नियुक्ति के लिए आईपीएस के नमो की सूची
पैनल यूपीएससी को सौपी जा चुकी है। लेकिन इस सूचना का गृह मंत्रालय ने खंडन किया है। बहरहाल इस बात पर वर्तमान गृह विभाग के अपर ग्रह सचीव राजेश राजौरा ने कहा कि डीजीपी के लिए नामों की जानकारी यूपीएससी को भेजे जाने का मामला उच्च स्तर पर विचाराधीन है। इसलिए यूपीएससी को नामों का पैनल अभी प्रेषित नहीं किए गए हैं। सोशल मीडिया पर साझा हो रही जानकारी तथ्यहीन है।
कैसे होती है नए डीजीपी को बनाने की औपचारिकता
दरअस्ल मुल्क के समस्त राज्य की सरकारो द्वारा नए डीजीपी की नियुक्ति की औपचारिकता कुछ इस तरह से की जाती है कि 30 वर्ष की सेवाएं पूरी कर चुके आईपीएस अफसरों के नाम डीजीपी बनने की फ़ेहरिश्त में
यूपीएससी को भेजे जाते हैं। इसमें खास उन सभी अफसरों के नाम भेजे जाते हैं, जिनकी सेवाएं न्यूनतम 6 महीने शेष हों। इसके बाद देश की राजधानी दिल्ली से प्रक्रिया पूरी होती है फिर राज्य सरकार डीजीपी की नियुक्ति का आदेश जारी करती है। सरकार द्वारा भेजी गई वरिष्ठता के आधार पर यूपीएससी के तीन आईपीएस अधिकारियों के नाम का पैनल राज्य सरकार को वापस भेजती है। इससे से किसी एक को डीजीपी नियुक्त किया जाता है लिहाज़ा इस बार ये औपचारिकता पूरी नही की गई और नए डीजीपी का नाम अभी भी सूबे के वज़ीर के किले में ही कैद है
अब कौन बनेंगे मध्यप्रदेश के नए डीजीपी ?
वर्तमान डीजीपी विवेक जौहरी का कार्यकाल वैसे तो 4 मार्च को पूरा होने वाला है लेकिन सूत्रों के अनुसार नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर फाइल मुख्यमंत्री सचिवालय स्तर पर ही अबतक मूवमेंट कर रही है। मप्र का डीजीपी बनने की रेस में 1987 बेच के आईपीएस पवन जैन,
सुधीर सक्सेना व विजय यादव का नाम सबसे आगे चल रहा है। सक्सेना वर्तमान में दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं पवन जैन डीजी होमगार्ड्स हैं वैसे अशोक दोहरे 1985 के केवल एक ही आईपीएस है
अगर ये कमान 1987 तक ही पर ही तय होती है तो एक महिला आईपीएस अफसर अरुणा मोहन राव का नाम भी जुड़ा हुआ है बहरहाल अभी इन्तेज़ार बाक़ी है मुख्यमंत्री के निकट रहने वाले सूत्रों की माने तो डीजीपी की रेश में तीन नाम दौड़ लगा रहे है जिसमे अव्वल नाम आईपीएस सुधीर सक्सेना का रेस में आगे है तो पवन जैन और विजय यादव की भी रफ़्तार कम नही है जल्द जाने प्रदेश के नए डीजीपी के नाम की घोषणा को केवल जनसम्पर्क life में
मध्यप्रदेश अफ़सर-ए-ख़ास IPS अफ़सर
सरे आम अय्याशी की मिसाल कायम करता भोपाल पुलिस का चार पहिया वाहन
ABVP students allege indecency by Bhopal traffic police, staged a sit-on protest near Roshanpura Crossing
Datia: Former Congress MLA Bharti accused of car theft, police serves notice
अंधे क़त्ल के कातिलों की टोली चढ़ी पुलिस के हथते,नाज़ायज़ जिश्मानी रिश्ता बना राक्षस!!!
Engineer Ajay Pratap Singh Jadaun caught red handed with one lakh rupees of bribe by Lokayukt Bhopal at Satpura Bhawan
आशिक़ ने दिया मोहब्बत में धोखा पहले ब्लात्कार फ़िर माशूका को दूसरी शादी से रोका !
मीडिया एंकर पर छिड़ी पत्रकारों में दोहरी सियासत!
सूबे के कांग्रेस मरकज़ में संविधान पुस्तिका का विमोचन!!
Jeetu Patwari का वार: Budget 2025 गरीबों के साथ धोखा या Development की नई राह?
प्रज्ञा का पुतला फूंक इस कांग्रेसी विधायक ने बोला: असली में भी जला सकते हैं प्रज्ञा को
Accused flees after killing and burning friend’s body in Capital’s Khajuri Area
खजराना के खलनायक: कट्टे-तमंचों का काला कारोबार, लेकिन असली सवाल कौन छुपा रहा?
उम्मीदों का कारख़ाना मौहल्लों में मुम्किन नही साहेब !!!!
Bhopal: Bad roads turn to be wake up call for Municipal, 10lakh fine imposed on Tata projects
MP home department transfers Mamtesh Mali from ATS with immediate effect
Total Visitors :- 384651