【 RNI-HIN/2013/51580 】
【 RNI-MPHIN/2009/31101 】
25 Dec 2024

ANAM IBRAHIM
7771851163
ये सच्ची खबर है, दोस्तों, और इस बार तो पुलिस अफसर भी सायबर अपराधियों के जाल में फंस गए। जी हां, आपने सही सुना! भोपाल के सायबर क्राइम ब्रांच ने एक नायाब गिरोह को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने भोपाल पुलिस आयुक्त के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बना कर सस्ते फर्नीचर के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी की।```
*जनसम्पर्क Life*.
National Newspaper
Input by ....
Mukesh Singh
*Bhopal/Mp:* ये तो बस एक शुरुआत थी, आगे आगे देखिए क्या क्या बवाल मचता है! सायबर अपराधियों ने बड़े आराम से फेसबुक पर 'Hari Narayan' नाम से एक फर्जी आईडी बनाई, जिसमें भोपाल पुलिस आयुक्त की फोटो लगाई थी। फिर शुरू हो गया 'ट्रांसफर' का ड्रामा, और बताया कि सस्ते में फर्नीचर बिक रहे हैं! क्या भरोसा करें, जब पुलिस आयुक्त ही अपनी फर्नीचर बेचने का जाल बिछा रहे हों!
क्या आपने कभी सुना है कि पुलिस अफसर भी सायबर फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं? अब तो यही सच है! इन ठगों ने महेश कुमार जैसे भोपाल के निर्दोष नागरिकों से फर्नीचर के नाम पर 45,000 रुपये की ठगी कर दी थी। और यह सब हुआ सस्ते में फर्नीचर बेचने के नाम पर। आरोपी क्यूआर कोड भेज कर बैंक ट्रांजैक्शन करवा लेते थे और लोग चुपचाप पैसे ट्रांसफर कर देते थे। लगता है, अब पुलिस वालों को भी सोशल मीडिया पर पब्लिक का विश्वास फिर से जीतना पड़ेगा!
*कैसे पहुचे पुलिस के हाथ गिरोह की गिरेहबान तक ?*
इस गिरोह का सरगना शकील था, और इसने भोपाल पुलिस आयुक्त की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर हजारों की ठगी की। लेकिन सायबर क्राइम टीम ने मौके पर पहुंच कर सिरोंज विदिशा से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हैरानी की बात तो यह थी कि ये लोग सिम कार्ड्स बेचते थे और फिर उन्हें ठगी के लिए इस्तेमाल करते थे। कुल 150 सिम कार्ड्स तो इन्होने सायबर अपराधियों को दे दिए थे!
गिरोह में शामिल एक आरोपी ने सिम कार्ड्स के अलावा फर्जी बैंक खातों का भी जाल बिछाया, ताकि ठगी की रकम आसानी से उड़ा सके। और ये कोई अकेले आदमी का काम नहीं था, बल्कि एक संगठित गिरोह था जिसमें कई लोग शामिल थे। अब तक कुल छह आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और बाकी की तलाश जारी है।
*खबर का सिरा:*
इतना बड़ा मामला सामने आने के बाद, पुलिस ने तो फटाफट काम शुरू कर दिया था। सायबर क्राइम की टीम ने जांच में कोई कसर नहीं छोड़ी और आरोपी पकड़ में आए। फिर भी सवाल यह है कि क्या हम सोशल मीडिया और ऑनलाइन धोखाधड़ी से पूरी तरह सुरक्षित हैं? अब जब खुद पुलिस वाले भी इस ठगी का शिकार हो सकते हैं, तो आम आदमी की क्या बिसात!
अगर आपको भी ऐसी कोई ठगी का सामना हो या किसी संदिग्ध फेसबुक आईडी के बारे में जानकारी हो, तो तुरंत सायबर क्राइम की टीम से संपर्क करें। हेल्पलाइन नंबर है – 9479990636। वरना, अगला शिकार कोई और हो सकता है!
ध्यान रखें, आपके ऑनलाइन दोस्तों में कोई भी ठग हो सकता है!
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